स्वामी कोरागज्जा मंदिर को किया अपवित्र, साक्षात् शिव ने किया दण्डित !
1 min readमंगलुरु स्वामी कोरागज्जा मंदिर
स्वामी कोरागज्जा मंदिर को किया अपवित्र, साक्षात् शिव ने किया दण्डित !
स्वामी कोरागज्जा मंदिर में कुछ ऐसा हुआ जिस पर विश्वास करना मुश्किल है. ये सत्य है या झूठ ये या तो भगवन शिव जानते है या आरोपी. कुछ लोग इसे शिव का न्याय मान रहे है तो कुछ लोग महज एक संयोग मान रहे है. अगर ये सत्य है तो न्याय का इससे बेहतरीन उदहारण कुछ नहीं हो सकता. आज तक शिव के तांडव और उनके तीसरी आंख के प्रकोप के बारे में सिर्फ पढ़ा गया है. कहते है शिव के सामने कोई नहीं टिक पाता, फिर भला नवाज, अब्दुल और तौफीक की क्या बिसात ? आश्चर्यजनक बात ये है शिव के प्रकोप का बखान खुद ये अपने मुंह से कर रहे है.
पूरी घटना का विवरण स्थानीय पत्रकार चिरु भट्ट ने सोशल मीडिया पर शेयर किया है. कर्नाटक र्नाटक के मंगलुरु में स्वामी कोरागज्जा मंदिर (भगवान शिव ) में कुछ दिन पहले उपद्रव मचाया गया। तब स्थानीय निवासियों ने मुस्लिम समुदाय पर गंभीर आरोप लगाया था. आरोप था कट्टरपंथियों ने का मंदिर में घुसकर मंदिर को अपवित्र कर दिया. उन्होंने मंदिर के दान पति में में कंडोम दाल दिया. कंकनाडी के मंदिर प्रांगण में पेशाब किया और तोड़ फोर भी की गई. ऐसा इलाके के कई मंदिरो में हुआ. उपद्रव के बाद लोगों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराइ लेकिन पुलिस को किसी आरोपी के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला.
सॉरी आसिफ क्यों ? पानी तो बहाना है, मंदिर असली निशाना है ?
पुलिस के हार मान लेने के बाद घटना के कुछ ही दिन बाद इलाके के 3 – 4 मुसलमान मंदिर के पुजारी से माफ़ी मांगने लगे. पुजारी ने पहले उनकी माफ़ी को मज़ाक समझकर अनदेखा कर दिया. इन लोगों ने मंदिर में एक से ज्यादा दिन जाकर माफ़ी मांगी. उसके बाद गांववालों से भी माफ़ी मांगी और घटना का सच बताया. उन्होंने बताया की दान पात्र में कंडोम डालने वाला ‘नवाज’ उनका दोस्त था, जिसे उसके कर्मों की सजा मिल चुकी है. जिस दिन नवाज ने ये काण्ड किया उसके बाद से उसका व्यव्हार बदल गया. पहले नवाज़ को पेट में दर्द और पेट ख़राब हुआ, उसके बाद उसे खून की उल्टियां होने लगी. नवाज़ ने दीवार पर सर पटक पटक कर अपनी जान दे दी. मरने से पहले उसने अपने दोस्तों को बताया की “ये स्वामी कोरगज्जा का प्रकोप है!”
मंदिर को अपवित्र करने वाले तीन में से एक नवाज़ की मौत हो चुकी है, और दो दोस्त अब्दुल रहीम और अब्दुल तौफीक अभी जीवित है. आश्चर्य करने वाली बात ये है की अब्दुल रहीम को भी वही बीमारी लगी है जिसकी वजह से नवाज़ की मौत हुई थी. रहीम और तौफीक ने पाप का प्रयाश्चित करने के लिए खुद को पुलिस के हवाले कर दिया है. उन दोनों ने मंदिर को अपवित्र करने के बात भी कबूल कर ली है. मंगलुरु के पुलिस अधिकारी खुद हैरान है, और फिर से मामले की पड़ताल कर रहे है.
एक आरोपी अब्दुल रहीम अभी अस्पताल में भर्ती है. स्थानीय लोगों का मानना है की ये वामी कोरगज्जा का ही प्रकोप है. मंदिर क्षेत्र के लोगों का विश्वास है की स्वामी त्वरित न्याय करते है इसलिए उनकी बात सच है. पुलिस आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 153 (A) के तहत मामला दर्ज घटना का सबूत जुटा रही है।